जबर-ख़बर
अतुल मिश्र
कम्बल-घोटाला !
अगर कफ़न होते सरकारी, पता चला, उसमें कर डाला !!
"भारत-पाक संबंधों में सुधार हों !"
वक्तव्यों को लेकर कोई, कल को नहीं उधार हों !!
कृषि-मंत्री शरद पवार !
अब चीनी के बाद दूध भी, गायब करने को तैयार !!
कराहती जनता !
अपना मुंह भी सिल रक्खा है, देखें वोटर की सज्जनता !!
नसीहत !
तभी सार्थक लगती है जब, इससे पहले करें फ़जीहत !!
बहिष्कार !
जब कुछ काम नहीं होता है, तो यह कर लेते हैं, यार !!
वारदात !
वारदात करने वालों के, घर पर पुलिस सोई कल रात ??
सनसनी !
इसे और फैलाने लायक न्यूज़ बनी ??
खलबली !
नकली घी पर दबिश पड़ेगी, पहले क्यों ना पता चली ??
सराहना !
महंगाई में दब, जब वोटर, भूले सदा कराहना !!
जांच !
जिनकी जांच करी जानी है, वही कमेटी में हैं पांच !!
1 comment:
वाकई आज तो क़ातिल खुद ही मुंसिफ बना बैठा हे|अब फरयाद किससे करें|
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