Sunday, April 18, 2010

दो दिन का मेहमान आदमी


 
             अतुल मिश्र 


करता बहुत गुमान आदमी,
दो दिन का मेहमान आदमी,

अगर मौत की याद रहे तो 
बन जाता इंसान आदमी !

डरा मौत से बनवाता है
ऊंचे बहुत मचान आदमी !

अब नैतिक चरित्र की बातें 
है सुनकर हैरान आदमी !

अगर पेट में भूख ना होती
क्यों बनता शैतान आदमी ?

जिनको इतिहासों ने छापा
थे बस, वही महान आदमी !

ग़लती ना करता तो शायद
कहलाता भगवान आदमी !

No comments: