अतुल मिश्र
करता बहुत गुमान आदमी,
दो दिन का मेहमान आदमी,
अगर मौत की याद रहे तो
बन जाता इंसान आदमी !
डरा मौत से बनवाता है
ऊंचे बहुत मचान आदमी !
अब नैतिक चरित्र की बातें
है सुनकर हैरान आदमी !
अगर पेट में भूख ना होती
क्यों बनता शैतान आदमी ?
जिनको इतिहासों ने छापा
थे बस, वही महान आदमी !
ग़लती ना करता तो शायद
कहलाता भगवान आदमी !
No comments:
Post a Comment