दौलतमंद बने कोई तो, खोजे उससे दुनिया सारी
Monday, January 18, 2010 विविध
मातहतों को बिना डराए, गिफ़्ट लिए फ़ोटो में हंसकर !!
भारतीयों से नफ़रत !
बाहर जाकर करते क्यों हों, खुलेआम यह देशी कसरत ??
समस्या पर विचार !
पिछले साल इसी पर तो हम, करके अभी चुके हैं, यार !!
छुरा दिखाकर धमकाया !
रपट लिखाने थाने पहुंचा, वहां बेंत द्वारा हड़काया !!
चढ़ा पारा !
कुदरत ख़ार खाए बैठी है, नीचे ना आ जाए दुबारा !!
रिश्तेदारी !
दौलतमंद बने कोई तो, खोजे उससे दुनिया सारी !!
नौकरशाह !
नौकर होकर भी, नौकर रखते हैं, वाह !!
ज़हरखुरानी !
पुलिसजनों की यारी, इनसे बहुत पुरानी !!
शातिर !
केवल बदमाशी की ख़ातिर ??
उद्योग !
भीख और चंदे को सबसे, बड़ा मानते हैं कुछ लोग !!
सपा !
अमरसिंह के इस्तीफे के, बारे में कुछ नया छपा ??
-अतुल मिश्र
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