Friday, January 29, 2010


अमर सिंह के गुर्दे !
उनका है आरोप, हुए हैं, सिर्फ सपा के कारण मुर्दे !!

संसद में सवाल !
यही पूछने हैं किस हद तक, मुमकिन हैं, कर पायें बवाल !!

नियमों में बदलाव !
किसी नियम को, नियम ना माने, ऐसा निर्मित करें स्वभाव !!

कैदी की मौत से हड़कंप !
दिखला देंगे, चार दिवारी, से नीचे ले ली थी जम्प !!

घटना पर पर्दा डालने का प्रयास !
घटना चाहे कैसी भी हो, परदे के पीछे है ख़ास !!

बिग बी !
अमर सिंह के भैया जी !!

मीडिया !
किसी कांड को बार-बार, दिखलाकर यूं मशहूर किया !!

सुधार !
अगर केंद्र से मिल जाता है, हमें किसी भी तरह उधार !!

हंगामा !
इसके कारण मिल जाता है, रुके हुए वेतन का नामा !!

धुना !
मना ग़नीमत, था दबंग वो, थाने पिटता कई गुना !!

सपा !
देखो, कहीं, किसी कोने में, कोई अमर-वक्तव्य छपा ??
-अतुल मिश्र

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