Saturday, December 5, 2009




कश्मीर-वार्ता !
असफल होने को होती है, कोई नहीं स्वीकारता !!

वार्ता इस बार असफल नहीं !
नेता जो शामिल होने हैं, उन पर स्यासी अकल नहीं ??

कल्याण अलग दल बनाएंगे !
इस दल का भी भट्टा बैठा, तब वे बसपा में जाएंगे ??

अपराध-समीक्षा !
शुरू करें या अभी और, अपराध-वृद्धि की करें प्रतीक्षा ??

महंगाई पर चिंता !
ऐसी चिंताओं को शासन, चिंता करने में नहीं गिनता !!

एकजुटता !
एक साथ लुटने से बैटर, एक अदद कोई भी लुटता !!

धन-बल !
मूंगफली की तरह जेब में, जो खरीद कर रखे अकल !!

कालाबाज़ारी !
इतनी रक़म भेज दो थाने, बाकी सब हो गयी हमारी !!

तालिबान !
गोली की भाषा के ज्ञाता, रखते गोली भरी ज़ुबान !!

अफगानिस्तान !
अपनी धरती पर चुप रहकर, अमरीका की बातें मान !!

हामिद करजई !
ओबामा से तालिबान के, बारे में क्या बोले, क्यों भई ??
-अतुल मिश्र


No comments: