Sunday, December 27, 2009




नारायण दत्त तिवारी !
हम पर जो आरोप लगे हैं, क्या वैसी है उमर हमारी ??

सत्ता की भूख !
इसके लालच में कब्रों के, मुर्दे तलक गए हैं सूख !!

कब्रिस्तान-विवाद !
मुर्दे बोले,"चैन नहीं है, हमको मरने के भी बाद !! "

चाकू मारा !
चाकू ने अपराध स्वयं का, थाने में जाकर स्वीकारा ??

हरित प्रदेश !
'शुष्क प्रदेश' की मांगें इसके, फ़ौरन बाद करेंगे पेश !!

मुद्दा गरमाया !
तापमान कितना है उसका, मुद्दे ने रोकर समझाया ??

गृहमंत्रालय !
समस्याओं का बना हिमालय !!

पी. चिदंबरम !
बीस नए मंत्रालय अपने, मंत्रालय से बनवाएं हम !!

चौटाला !
आरोपों का जूस निकाला ??

आलोचना !
बाहूबालियों की करने से, पहले भी कुछ सोचना !!

सर्दी !
जाड़ों में ही क्यों करती है, शुरू स्वयं की गुंडागर्दी ??
-अतुल मिश्र


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