अतुल मिश्र
अब ग्रैमी में छाये ए. आर. रहमान !
छोड़ आये अपनी पहचान ??
दो अवार्ड जीते !
इन्हें निहारें खाते-पीते !!
संगीत-बिरादरी !
सबने ऐसी शोहरत हासिल नहीं करी ??
जयाप्रदा !
अमर सिंह के साथ रही हैं, और रहेंगी साथ सदा !!
मुलायम पर निशाना !
उनने उसे कुछ नहीं माना ??
विचित्र घटना !
दिल्ली चले रेल से सीधे, नींद आ गयी, वापस पटना !!
महंगाई के विरोध में !
सड़कों पर सब उतर आये थे, राजनीति पर क्रोध में !!
बैंक-घोटाले !
जांच, कमेटी, हिस्सा, निर्णय, इन्हें और आगे को टाले !!
तिरंगे का अपमान !
महंगाई की तरह नहीं दें, इस पर भी थोड़ा सा ध्यान !!
सनसनी !
न्यूज़ छापकर, हवा बनी ??
भ्रष्ट !
उतने और नए पनपेंगे, जितने किये जायेंगे नष्ट !!
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