ओबामा ख़फ़ा : रोज-रोज का नाटक है यह, छोड़ें, इसको करें दफ़ा
Wednesday, November 25, 2009 ख़बरों की ख़बर
रोज-रोज का नाटक है यह, छोड़ें, इसको करें दफ़ा !!
लिब्रहान-रिपोर्ट संसद में पेश हुई !
देख लेना, फावड़ा बन जाएगी यह भी सुई !!
ड्रोन विमान !
चूहे तक तो मार चुका है, मिला नहीं असली सामान !!
राजनीतिज्ञ और अपराधी !
मुल्क लूटने में दोनों ने, अपनी-अपनी उम्र लगा दी !!
बहिष्कार जारी !
काम निजी है या सरकारी ??
अवैध फड़ों के नाम !
नगर-निगम के पेश सलाम !!
बिजली-पानी !
जाने को आते हैं जब भी, होती लोगों को हैरानी !!
निष्कर्ष !
काश्मीर पर वार्ताओं का, निकले, तो कुछ होगा हर्ष !!
पुरस्कार !
कैसे मिलता, पैसे कम पहुंचे इस बार !!
धमकी !
ऐसे नेतागर्दी चमकी ??
लालू-पासवान !
बैल और भैंसे ने मिलकर, खोली अपनी अलग दुकान ??
-अतुल मिश्र
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